Brands
YSTV
Discover
Events
Newsletter
More

Follow Us

twitterfacebookinstagramyoutube
Yourstory

Brands

Resources

Stories

General

In-Depth

Announcement

Reports

News

Funding

Startup Sectors

Women in tech

Sportstech

Agritech

E-Commerce

Education

Lifestyle

Entertainment

Art & Culture

Travel & Leisure

Curtain Raiser

Wine and Food

Videos

ys-analytics
ADVERTISEMENT
Advertise with us

IPL Business Model: जानिए कैसे होती है टीम के मालिकों को तगड़ी कमाई

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) सिर्फ शानदार छक्कों और ग़ज़ब के मैच फिनिश के लिए ही नहीं जाना जाता है, बल्कि यह एक तेजी से बढ़ता बिजनेस रथ है जिसने विश्व स्तर पर खेल की दुनिया की तस्वीर बदल कर रख दी है. आइए जानते हैं कि IPL में टीम मालिकों को कैसे होती है तगड़ी कमाई, कहां से आता है पैसा...

IPL Business Model: जानिए कैसे होती है टीम के मालिकों को तगड़ी कमाई

Tuesday April 09, 2024 , 3 min Read

इंडियन प्रीमियर लीग (Indian Premier League - IPL Business Model) के आगे दुनिया भर के दूसरे खेलों की चमक लगभग फीकी है. आईपीएल ने इंग्लिश प्रीमियर लीग (EPL), ला लीगा (La Liga), और NBA जैसी दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित लीग्स को पछाड़ दिया है. 2008 में एक महत्वाकांक्षी उद्यम के रूप में शुरू हुई यह लीग आज एक बड़ा इवेंट बन चुकी है, जिसने क्रिकेट और स्पोर्ट्स की इकोनॉमिक्स को नए आयाम दिए हैं.

हैरानी की बात है कि 2024 तक IPL की ब्रांड मूल्य 10.7 बिलियन (अरब) का आंकड़ा पार कर चुकी है. यह बात इसके महत्वपूर्ण प्रभाव का प्रमाण है. लेकिन चमक और ग्लैमर के पीछे, एक मजबूत बिजनेस मॉडल है जिसने लीग को भारत की अर्थव्यवस्था के लिए एक पूंजीवादी आश्चर्य में बदल दिया है.

IPL का रेवेन्यू मॉडल

13 सितंबर 2007 को, 2007 टी20 विश्व कप में भारत की जीत के बाद, BCCI (भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड) ने एक फ्रेंचाइजी आधारित T20 क्रिकेट प्रतियोगिता की घोषणा की जिसे इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के नाम से जाना जाता है. इसका उद्घाटन सत्र अप्रैल 2008 में शुरू हुआ था.

IPL ने जल्दी ही राष्ट्र की कल्पना को अपने में समेट लिया. लेकिन इसकी असली प्रतिभा इसके तगड़े रेवेन्यू मॉडल में निहित है, जिसमें शामिल हैं:

ब्रॉडकास्ट राइट्स: IPL के लिए सोने की चिड़िया. 2024 में मीडिया राइट्स डील ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए. IPL ने प्रति मैच $16.8 मिलियन हासिल किए, और इस तरह NBA ($1.1 मिलियन) और Bundesliga ($4.6 मिलियन) को पछाड़ दिया.

स्पॉसंरशिप: टीम की जर्सी से लेकर ग्राउंड पर ब्रांडिंग तक, स्पॉंसरशिप एक और बड़ी कमाई है. बड़े ब्रांड IPL के एक टुकड़े के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं, जो फ्रेंचाइजियों और लीग दोनों के लिए जीत है.

सेंट्रल पूल ऑफ रेवेन्यू: यहां एक ट्विस्ट है. कुछ लीग्स के विपरीत, BCCI पूरी कमाई (रेवेन्यू) का लगभग 50% हिस्सा सभी फ्रेंचाइजी के साथ साझा करता है.

गेट रेवेन्यू: टिकट की बिक्री भी बेहद महत्वपूर्ण रेवेन्यू स्ट्रीम है.

मर्चेंडाइज सेल्स: जर्सी से लेकर टीम मर्चेंडाइज तक, प्रशंसक अपनी पसंदीदा फ्रेंचाइजी के रंगों को गर्व से पहनते हैं.

डिजिटल डोमिनेशन: OTT प्लेटफॉर्म्स और डिजिटल दर्शकों के आगमन के साथ, IPL ने पारंपरिक प्रसारण से परे अपनी कमाई के तरीकों का विस्तार किया है.

संख्याओं से परे: मानव स्पर्श

IPL की सफलता केवल वित्तीय ताकत के बारे में नहीं है. यह एक सिम्फनी के बारे में है जो प्रशंसकों के साथ गूंजती है. लीग की बुद्धिमत्ता में निहित है:

उत्सव का माहौल: IPL केवल क्रिकेट से अधिक है; यह एक जीवंत मनोरंजन पैकेज है.

सामरिक अनुसूची: IPL गर्मी की छुट्टियों का चतुराई से लाभ उठाता है, परिवारों को इस सुंदर खेल के जरिए एक होने का कारण मिलता है.

दुनिया भर में पसंदीदा: IPL केवल भारत तक सिमटा हुआ नहीं है. अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों और दुनिया भर में प्रशंसकों के साथ, इसने क्रिकेट संस्कृतियों का एक मेल्टिंग पॉट बनाया है.

IPL का प्रभाव केवल वित्तीय सफलता से परे है. यह युवा भारतीय क्रिकेटरों को मंच प्रदान करता है, अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देता है, और भारतीय क्रिकेट को वैश्विक मानचित्र पर रखता है, जिससे खेल नई ऊंचाइयों तक पहुँचता है. तो, अगली बार जब आप मैदान पर उन रोंगटे खड़े कर देने वाले पलों के गवाह बनें, तो उस पर्दे के पीछे की रणनीतिक प्रतिभा को याद रखें जिसने IPL को एक सच्चा गेम-चेंजर बनाया है.

यह भी पढ़ें
कैसे इस पेंटर की पेंटिंग बनी Facebook पर 200 मिलियन डॉलर की सम्पत्ति